Best hindi poem--NPS
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अबकी क्रांति पेंशन वाली होनी बहुत जरुरी हैं।
जम्हूरियत के सरदारों को समझाना मजबूरी है।
देश का युवा जगा हुआ हैं,
नेता जी छा जाओ तुम।
Nps को खत्म करो,
सत्ता में पैठ जमाओ तुम।
चार राज्य से शिक्षा लेकर,
जनता को पहचानों तुम।
हम तो तेरे कायल है पर,
हमको भी पहचानों तुम।
Ops पर जुमलेबाजी की सौगात अधूरी हैं,
अबकी क्रांति पेंशन वाली होनी बहुत जरूरी हैं।
डिजिटल अब ये देश हो रहा,
हमको मत समझाओ तुम।
Ops पे बात बने,
उससे नीचे मत आओ तुम।
मन की बात में छोक लगाकर,
हमको न बहकाओ तुम।
लक्षेदार भाषण देकर के,
उसमे न उलझाओ तुम।
राम-रहीम के नाम पे अबकी
मुद्दा ना भटकाओ तुम।
एक ही अपना मुद्दा हैं,
बस ops ही लाओ तुम।
साठ बर्ष की सेवा करके,
रोटी को हम तरस रहे।
एक दिन कि नेता नगरी,
नोट की गड्डी बरस गये।
सपने मेरे साकार करो,
लाठी मेरी लौटाओ तुम।
Nps को वापिस लो,
अब ops ही लाओ तुम।
जीर्ण शरीर के सपनों को संजोना अपनी मजबुरी हैं।
अबकी क्रांति पेंशन वाली होनी बहुत जरूरी हैं।
अनिल कुमार मंडल
लोको पायलट/गाजियाबाद
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