Best hindi poem:-पूर्ण विश्राम
पूर्ण विश्राम
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पूर्ण विश्राम करगे भाई,
फिर हम रेल चलायेगे।
हर टेंशन को घर में रखेंगे,
लॉबी तक नहीं लायेंगे।
ऑन ड्यूटी करने से पहले,
सर्कुलर हम दोहराएंगे।
नई अगर कोई बात लिखी हो,
हस्ताक्षर कर, समझते जायेंगे।
नशा मुक्त परिचालन हो,
ब्रीथ एनालाइजर करते जाएंगे।
सुरक्षित रेल चलाने को,
जो भी हो करते जायेंगे।
सब से दुआ सलाम करते हुए,
इंजन तक हम जायेंगे।
हर टेंशन को घर मे रखकर,
हम तो रेल चलाएंगे।
गति प्रतिबंध जहाँ भी आये,
उस गति से रेल चलाएंगे।
संकेतक का विशेष ध्यान कर,
हम तो रेल चलाएंगे।
गोलाई, फाटक ,भीड़ भार में,
सिटी भी बजाते जायेंगे।
स्टेशन से गुजरेंगे तो,
सिग्नल एक्सचेंज कराएगे।
जान माल की हानि दिखे तो,
तत्पर ब्रेक लगाएगें।
पूर्ण विश्राम करगे भाई,
फिर हम रेल चलाएंगे।
हर टेंशन को घर में रखकर,
नौकरी पे हम आएंगे।
यात्रीगण की बातें सुन,
उससे न भिड़ने जाएंगे।
ऊंच नीच हर वाणी सुन,
संयम से रेल चलाएंगे।
एक अडिग उद्देश्य है अपना,
सुरक्षित रेल चलाएंगे।
सहायक संग ऊंची आवाज में,
सिग्नल का रंग बताएंगे।
हर टेंशन को घर मे रखकर,
हम तो रेल चलाएंगे।
पूर्ण विश्राम करगे भाई,
फिर हम रेल चलाएंगे।
पूर्ण विश्राम करगे भाई,
फिर हम रेल चलाएंगे।
अनिल कुमार मंडल
लोको पायलट/ग़ाज़ियाबाद
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