Best hindi poem-शायरी संग्रह
1* पिछले एक दशक में भाई ,धोखा मेरे साथ हुई, गुरबत में चुल्हा सुलगाया, उसपे ही बरसात हुई। लोकतंत्र की अर्थी निकली, ऐसी कुछ हालात हुई, झूठ बेचकर हज पे जाना, ये कैसी शुरुआत हुई। अनिल कुमार मंडल लोको पायलट/ ग़ाज़ियाबाद 2* हर तरफ दरख्तों की कमी ...