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Showing posts from June, 2019

Best hindi poem-मकड़जाल(कहानी)

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                           मकड़जाल मनुष्य जब से पैदा हुआ हैं ,वह किसी नई जानकारी को तीन तरीके से ग्रहण करता हैं।पहला हैं देखकर जिस समाज में हम रहते हैं, कोई घटना कैसे घटित हो रही हैं, समाज में कोई क्या कर रहा उसके परिणाम अच्छे या बुरे हो रहे हैं, उसको देखकर हम भी सीखें थे, हमारे बच्चे भी सीख रहे हैं।दुसरा तरीका हैं सुनकर हम अपने बच्चों को सुनाते हैं कहते हैं कोई कार्य ऐसे नहीं ऐसे करना हैं, जो हम अपने बच्चों को सुनाएंगे बताएंगे बच्चे वैसा करेंगें।तीसरा हैं खुद करके सीखना अगर आप ने एक बच्चे से कहा बेटा आग हैं वहाँ मत जाओ जल जाओगे लेकिन बच्चा बार-बार वही जा रहा हैं, अगर उस बच्चे ने उस आग की तपिश और जलन की एहसास को एक बार अगर झेल लिया, तो उसे भविष्य में कभी ये बताने की जरूरत नहीं पड़ेगी की उसे आग से दुर रहना हैं।                              आज मैं पहले तरीके की बात करूंगा,हम सब लोगों ने बापू जी, महात्मा गाँधी के बारे में एक कहानी पढ़ी हैं कि ज...

Best hindi poem:-कल्की का अवतार

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          कल्की का अवतार                   ***************** भक्तों को राजनीति का मजार मिल गया, झूठ को खरीदे वो,साहुकार मिल गया। साहब आजकल झूठ की सीमाएं लांघते, क्या करें उनकों भी राजदार मिल गया।                      आदिल यहाँ पे बिक गए कोड़ी के दाम में,                      बंजरभूमि में हर तरफ गुलजार मिल गया।                     हम वे बजह उनके लिये नारे लगा दिये,                       सकून से जीने का  सरोकार मिल गया।    सत्ता में रहे साहब या बेदखल रहे, उनको तो चलता फिरता बाजार मिल गया। अंधभक्ति का हर तरफ हुजूम सा चला, बेबफाई में भी उनको तो संस्कार मिल गया।                         ...

Best hindi poem- बापू

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                    बापू बापू मेरा मूूर्तिकार हैं, मैं उसका पाषाण पड़ा, मुझको ऐसा रूप दे बापू ,बन जाऊ इंसान बड़ा। मातृभुमि के लिए समर्पित जीवन हो कुर्बान मेरा, मुझको ऐसा रूप दे बापू हो जाए गुणगान तेरा। बापू मेरा एक चमार हैं, मैं चमड़ा कच्चा हूँ पड़ा, मुझको ऐसा रूप दे बापू,बन जाऊं इंसान बड़ा। देशभक्त का चरण पखारु, सदा रखूं उनको मैं खड़ा, पग मैं डगमग होने न दू ,देशहित हो काम मेरा। बापू मेरा एक बंसोड़ हैं, मैं हूँ कच्चा बांस हरा, मुझको ऐसा रूप दे बापू, बन जाऊं इंसान बड़ा। देशभक्त का छत्र बनु मैं ईप्सा हो उससे भी बड़ा, मेरे नाम से पहले बापू, हो जाए गुणगान तेरा। बापू मेरा एक कुम्हार हैं, मैं उनका कच्चा सा घड़ा, मुझको ऐसा रूप दे बापू, बन जाऊं इंसान बड़ा। जीवन पथ पर चले मुसाफिर थककर जो भी चूर हुए, उनकी प्यास बुझाउगा जो,देश लिए हो साथ खड़ा। तेरी हर हसरत हो पूरी पर मेरी दाता से दुआ, तिरंगें का कफन हो अपना, पर उसपे हो नाम तेरा, मेरे नाम से पहले बापू हो जाए गुणगान तेरा, मुझको ऐसा रुप दे बापू, बन जाऊं इंसान बड़ा। ...