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Showing posts from August, 2019

Best patriotic poem Rajivdixit (राजीव भाई)

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             राजीव भाई हमें जगाकर खुद ही सो गए अदभुत थे इंसान, स्वदेशी के प्रखर प्रवक्ता, आन वान और शान की बोलो राजीव भाई महान,की बोलो राजीव भाई महान। पलक भीगो ले या फिर गा ले,ओज भरा कोई गान, 30 नवंबर की दुविधा में उलझा सकल जहांन । की जय -जय राजीव भाई महान,की बोली राजीव भाई महान। राधेश्याम जी के आंगन खेले, खुद आकर भगवान, नाह ने सोहर गये थे,माता मिथिलेश की जान। की जय -जय भारत पुत्र महान,की बोलो राजीव भाई महान। अलीगढ़ में पैदा हुए पर लंबी छेड़ी तान, स्वदेशी के प्रखर प्रवक्ता आन बान और शान। की बोलो राजीव भाई महान की बोलो राजीव भाई महान। मुख से इनके शब्द जो निकले वो थे अमृत ज्ञान, भगत सिंह के लघु जीवन से सिखलाये सम्मान । की बोलो राजीव भाई महान की जय-जय राजीव भाई महान। कोई यहाँ न अजर अमर हैं,सबकी जाए जान, देशद्रोही बे मौत ही मरते, जब रखते प्रमाण। की जय-जय भारत भक्त महान की बोलो राजीव भाई महान। रोम-रोम में जिसके बसा कौटिल्य का था स्वाभिमान, हमें जगाकर खुद ही सो गये, अदभुत थे इंसान। कि बोलो राजीव भाई महान,...

Best hindi poem-भारतीय रेल हैं मधुशाला

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    भारतीय रेल हैं मधुशाला              ०००००*००००० रेल वाले सब बने है साकी, भारतीय रेल है मधुशाला। सुरमा यहाँ कई आये पर, पीकर सारे मौन हुए।                                                                     याद उसे हम अब भी करते, जिसने तोड़ी थी प्याला। आते-जाते रहेंगे साकी, सजि रहेगी मधुशाला।                     रेल में आने के पहले दिन,                     नाज दिखाए मतवाला।                     मदिरालय में बैठ के कुछ दिन,                     नाज दिखाएगा काला।                     जिस दिन पहली तन...

Best hindi poem:-मिट्टी का इंसान

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               मिट्टी का इंसान पत्थर का नित्य महल हैं गढ़ता मिट्टी का इंसान, नीले गगन के नीचे बसने वाले सुन नादान। हाथ पसार के आने वाले मत बनना पाषाण। कुछ तो साथ मे लेता जा भारत के पुत्र महान। किसको अपना कहता हैं,है कौन तेरी संतान। माया मोह में उलझ गया हैं, खुद को तो पहचान। हंसा के उड़ते ही तुझको कहेंगे मृत जवान। घर से तुझको बाहर करके रखेंगे दालान। भाई रोये, वनिता रोये, रोयेगी माता महान। ललना मेरे छोड़ चले हैं, जाने कौन जहांन। अपने चार ही कंधा देकर पहुँचाये शमशान। तेरा दौलत छीन के एक दिन दे अग्नि स्नान। खुद को ये पवित्र करेंगे तेरा कर पिण्डदान। अंतक के आने से पहले खुद में भर ले प्राण नीले गगन के नीचे बसने वाले सुन नादान। अपने लिए तो सारे जीते ,तू बन वो इंसान। गैरतमंद को दे सकता हैं तू रोटी का दान। मातृभूमि के लिये समर्पित जीवन हो कुर्बान। भारतमाता की सेवा में निकले ये तन से प्राण।  स्वर्णिम अक्षर में लिख जाये तेरा ये बलिदान। तिरंगे का कफन हो तेरा, तू भारत की शान। ईश्वर तुझको शक्ति दे तु बने वो पुत्र ...

Best hindi poem,How to drink water:-कहो कहाँ पानी पी जाए

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          कहो कहाँ पानी पी जाए               ०००००००००००००००००००००० भूख लगी तो खाना खाया, जठर का हमनें दीप जलाया। तत्क्षण हमनें पानी पीकर, रोगों को न्योता दे आया। अग्नि, पानी का मेल नहीं हैं, खाना अब सड़ने को आया। अन्न सड़े जो पेट के अंदर, सबसे पहले हवा बनाया। जो-जो रास्ता हवा ये घुमे, ता-ता अंग पे विपदा लाये। पेट मे बैठ के जलन बढ़ाये, सर चढ़कर सरदर्द कराये। बी०पी०,शुगर यही बढ़ाये, कर्क रोग तक ये पहुँचाये। दूजा जो ये काम कराये,कम घनत्व का वसा बढ़ाये। डियविटीज के जो हैं सहायक, हार्ट अटैक का करें उपाय। फिर मन मे उत्तसुकता जागी, कहो कहाँ पानी पी जाये। चालीस मिनट खाने से पहले, दो अनाज के बीच ली जाये। दो घुट खाने के मध्य में, जठर, अन्न का ताल मिलाये। चलो ठीक हैं, ना पिये पानी, दूूजा कोई द्रव उपाय। सुबह मौसमी जूस ले लीजो, दोपहर लीजो छाछ पचाय। अल्पहार हो रात्री भोजन, ता पे गौ का दूध पी जाये।  दुध लेकर कुछ कदम टहल लो, जीने का आनंद आ जाये। क्रम कभी उल्टा मत करियो, रस संबंधी रोग ले आये। खड़े होकर जो ...