धागों का त्यौहार


        धागों का त्यौहार

राखी के एक-एक धागे से भाई का हो श्रृंगार,
की राखी धागों का त्यौहार , कि राखी धागों का त्यौहार।
इस धागे के कण-कण में है भाई-बहन का प्यार।
की राखी धागों का त्यौहार, कि राखी धागों का त्यौहार।
सुबह - सवेरे दोनों जग कर इस दिन हो तैयार,
भाई ने सूट - बूट पहना है बहना करे श्रृंगार,
की राखी धागों का त्यौहार ,की राखी धागों का त्यौहार।
भैया मेरे प्रण कर लो तुम मेरे पहरेदार,
बहना की रक्षा करना तुम जब तक है संसार,
की राखी धागों का त्यौहार ,की राखी धागों का त्यौहार।
तिलक लगाकर माथे पर हाथों में  बांधू प्यार,
तेरी लंबी उम्र की मैं ईश्वर से करूं पुकार,
की राखी धागों का त्यौहार , की राखी धागों का त्यौहार।
इस पावन त्यौहार में वस्ता रिश्तो की झंकार,
जब से सूरज-चंदा चमके तब तक ये त्यौहार,
की राखी धागों का त्यौहार,की राखी धागों का त्यौहार।
इस धागे के कण-कण में है भाई-बहन का प्यार।

                               अनिल कुमार मंडल
                         लोको पायलट गाजियाबाद
                               9205028055

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