तुम्ही ने दर्द दिया
तुम्हीं ने दर्द दिया है,तुम्ही दवा दे दो ।
कसमें तुम भूल के ना,हमको अब दगा दे दो।
तुमने जो दर्द दिया है,तुम्ही दवा दे दो।
बयार ए उल्फत में,हम तो तेरे हो बैठे ,
चांद के साए में तुम,पलकों से हवा दे दो।
तुमने जो दर्द दिया है, तुम्ही दवा दे दो।
गम ना हो मरने का बाहों में तेरे दम निकले,
जुस्तजू पूरी हो मर्जी तेरी सजा दे दो।
तुमने जो दर्द दिया है,तुम्ही दबा दे दो।
चांद जो सो गया हो आफताबी चादर में,
आंख मलते हुए तुम हमको भी सबा दे दो।
तुमने जो दर्द दिया है,तुम्ही दवा दे दो।
तुम तो कातिल हो मेरी चढ़ती जवानी के सनम,
जुबां से सच बता के महफिले फिजा दे दो।
तुमने जो दर्द दिया है,तुम्ही दवा दे दो।
आज की महफिल में प्यार ना रुसवा होवे,
मौत से पहले ना हमको सनम कजा दे दो।
तुमने जो दर्द दिया है,तुम्ही दवा दे दो।
मौत से पहले में आवाज लगा लू ए सनम,
कातिल तो तुम हो लेकिन कत्ल की वजह दे दो।
तुमने जो दर्द दिया है तुम्ही दवा दे दो।
अनिल कुमार मंडल
रेल चालक/ग़ाज़ियाबाद
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