नेताओं ने देश बेच दी

कोरोना का काल चल रहा,हम भी तो कुछ काम करे।
नेताओं ने देश बेच दी,क्यों उनको गुमनाम करें।
एक नही हर पार्टी शामिल, बने हैं साझे सौदागर।
कुछ के अंदर शर्म, हया थी, कुछ के जुमले की चादर।
भांड मीडिया लिपटी हुई हैं, कुकर्मी के साथ में,
भारत को सब ने मिल बेचा, बहुराष्ट्रीय के हाथ में।
राजगुरु,सुखदेव,भगत जी, पुनर्जन्म ले आ जाओ,
अबकी साथ रहेगा अपना, इंकलाब दुहरा जाओ।
जितनी जल्दी हो सकता हैं,, चलो शुरू संग्राम करें,
कोरोना का काल चल रहा, हम भी तो कुछ काम करे।

          अनिल कुमार मंडल
   लोको पायलट/ग़ाज़ियाबाद
    
                मधुमास
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कोयल की कु कु ने गाया, देखो आया हैं मधुमास।
आम की खट्टी अमिया बोली, देखो आया हैं मधुमास।
इस मौसम का नशा था ऐसा, खुल कर के लेते थे सांस।
लेकिन अब हालात अलग हैं, धन देकर के लेते सांस।

                                 अनिल कुमार मंडल
                           लोको पायलट/ग़ाज़ियाबाद

             उनकी यादें
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 उनकी यादें आज भी मन में ताजा हैं।
जो मेरे चितचोर जिगर का राजा हैं।
पहली बार मिला था, मुझको मंदिर में,
अब वो मेरे तन का मन का ख्वाजा हैं।
वतन की वो रखवाली करता सीमा पर,
ऐसा दिलबर देकर खुदा नवाजा हैं।
मौत से आंख मिचौली खेला करता है,
दुश्मन को दुश्मन का देता जनाज़ा हैं।
वो मेरे चितचोर जिगर का राजा हैं।
उनकी बातें हर पल दिल में ताजा हैं।

           अनिल कुमार मंडल
         रेल चालक/ग़ाज़ियाबाद

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