संविधान बनवाने दो

बहुविधान को छोड़ो साथी,
संविधान बनवाने दो ।
सात लाख बत्तीश हज़ार के, 
सपनें मुझे सजाने दो ।
तथा कथित आज़ादी पायी,
 पूर्ण स्वराज तो लाने दो ।
सत्ता का बस लेन-देन हुआ, 
सबको अब समझाने दो ।
कुछ लोगों ने किया कलंकित, 
काली घटा हटाने दो ।
माना थे सत्ता के लालची, 
बीती बातें जाने दो ।
कानून से हुए तिलक जी घायल, 
नामो निशाँ मिटाने दो ।
सुखदेव,भगत को कहे आतंकी, 
जड़ से उसे मिटाने दो ।
इंडिया से अब पीड़ित हुए हम, 
भारत मुझको बनवाने दो ।
जहाँ पे गुरू और गुरुकुल छूटा, 
वही व्यवस्था लाने दो ।
मैकॉले के पुत्र जो टोके, 
हिंदी में समझाने दो ।
जाति,धर्म से ऊपर उठकर
 मानव मुझे बानाने दो ।
अटल सत्य अंतक जो आये, 
साथ चलू कुछ पाने दो ।
क्षमा,दया,करुणा से लथपथ, 
फिर से देश साजने दो ।
वैतरणी से सब तर जाए, 
ऐसा कुछ कर जाने दो ।
हर एक जन्म का काम यह हो,
भोला से वर पाने दो ।
सात लाख बत्तीश हज़ार के 
सपनें मुझे साजने दो ।
बहुविधान को छोड़ो साथी, 
संविधान बनबाने दो ।

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